एच ओ टी ( h o t )
एक बार एक क्लाश में टीचर ने एक बच्चे से पूछा कि-बताओ गर्मी की स्पेलिंग क्या होगी |
लेकिन लड़के को नहीं आ रहा था |
वह खिड़की के बाहर एक लम्बे बालो वाली लड़की
को देख कर बोला एच ओ टी ( h o t )
बहुत अच्छे बैठ जाओ |
मौका! ग्राहक ने जवाब दिया
दुकान पर आया ग्राहक कभी कोई चीज उठाता, उसे देखता फिर उसे रखकर दूसरी चीज उठा लेता। कुछ पूछताछ भी की उसने, लेकिन कुछ खरीदा नहीं।
काफी देर तक उसने ऐसा ही किया तो झुंझलाकर दुकानदार ने पूछा- श्रीमानजी, आखिर आपको चाहिए क्या?
मौका! ग्राहक ने जवाब दिया।
श्याम (राम से)- हुआ यूं कि..
राम- कितनी बार कहा कि लोगो से झगड़ा मत किया करो। कम्बख्त ने मार मार कर तेरा बुरा हाल कर दिया। बुरा हो उसका..
श्याम- बस करो भाई मैं अपनी पत्नी के बारे में और गलत बातें नहीं सुन सकता
पिछले साल वो मेरी मम्मी रह चुकी है
१-एक आलसी से मित्र ने कहा : सुना है, तुम फौज में भरती हो रहे हो ?
आलसी : अरे नहीं, मुझे तो यह भी पता नहीं कि बंदूक का मुंह किधर रखकर चलाते हैं।
मित्र : इसमें क्या है ? तुम बंदूक का मुंह किधर भी रखकर चलाओ, देश का भला ही करोगे।
२-पुलिस में सिपाही की भर्ती परीक्षा में प्रश्न पूछा गया : ”अगर लोगों की भीड़ इकट्ठी होकर गड़बड़ कर रही हो तो उस भीड़ को तितर-बितर करने के लिये तुम क्या करोगे ?”
”चन्दा उगाहना शुरू कर दूंगा,” उम्मीदवार ने जवाब दिया।
३-फिल्म अभिनेताओं के दो बच्चे आपस में बात कर रहे थे।
पहला : पता है, कल रात मेरे पापा मेरे लिए एक नई मम्मी लेकर आए। वो बहुत अच्छी है।
दूसरा : जानता हूं। पिछले साल वो मेरी मम्मी रह चुकी है।
४-तीन कैदी जेल में बैठकर अपने-अपने अनुभव बता रहे थे।
पहला : मैं पिछले चुनाव में एक राष्ट्रीय दल के उम्मीदवार सखाराम का जोरदार समर्थन करने के जुर्म में यहां हूं।
दूसरा : और मैं उसी सखाराम का विरोध करने के कारण जेल की हवा खा रहा हूं।
तीसरा : बहुत खूब, और सखाराम मैं खुद हूं।
डॉक्टर : अगर ऐसा है तो फिर मेरा काम नहीं! आप फायर ब्रिगेड को फोन कीजिये।
कृपा करके मेरी मां को दामाद दे दो
1-प्रश्न : औरतें अपने दिमाग की अपेक्षा अपने रूप पर ज्यादा ध्यान क्यों देती हैं ?
उत्तर : क्योंकि मर्द चाहे जितना ही बेवकूफ क्यों न हो, अन्धा नहीं होता।
लेकिन कृपा करके मेरी मां को दामाद दे दो।”
डॉक्टर साहब धम् से जमीन पर गिरे और उनके प्राण पखेरू उड़ गए
90 वर्षीय एक सज्जन की दस करोड़ की लाटरी लग गई। इतनी बड़ी खबर सुनकर कहीं दादाजी खुशी से मर न जाएं, यह सोचकर उनके घरवालों ने उन्हें तुरंत जानकारी नहीं दी। सबने तय किया कि पहले एक डॉक्टर को बुलवाया जाए फिर उसकी मौजूदगी में उन्हें यह समाचार दिया जाए ताकि दिल का दौरा पड़ने की हालत में वह स्थिति को संभाल सके।
शहर के जानेमाने दिल के डॉक्टर से संपर्क किया गया । डॉक्टर साहब ने घरवालों को आश्वस्त किया – आप लोग चिंता मत करें । दादाजी को यह समाचार मैं खुद दूंगा । उन्हें कुछ नहीं होगा, मेरी गारंटी है।
डॉक्टर साहब दादाजी के पास गए । कुछ देर इधर – उधर की बातें कीं फिर बोले – दादाजी, मैं आपको एक शुभ समाचार देना चाहता हूं। आपके नाम दस करोड़ की लाटरी निकली हैं।
दादाजी बोले – अच्छा ! लेकिन मैं इस उमर में इतने पैसों का क्या करूंगा । पर अब तूने यह खबर सुनाई है तो जा, आधी रकम मैंने तुझे दी।
डॉक्टर साहब धम् से जमीन पर गिरे और उनके प्राण पखेरू उड़ गए ।कौन थी यह चुड़ैल
मोहन अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बैठा था कि एक खूबसूरत लड़की ने वहां से गुजरते हुए कहा : ‘ हाय जानी , हाउ आर यू ?’ उसके जाने के बाद लड़की ने पूछा : ‘ कौन थी यह चुड़ैल ?’ युवक बोला : ‘ यही तो मैं भी सोच रहा हूं कि फिर कभी मिल गई तो वह भी यही सवाल करेगी। ‘वह आपकी पहली गलती थी
एक कामगार अपने वेतन का चेक लेकर अपने मालिक के पास पहुंचा – ”यह चेक मेरे वेतन से दो सौ रूपये कम का है।” उसने कहा।”मुझे पता है” – मालिक ने कहा। ”पिछले महीने जब मैंने तुम्हें दो सौ रूपये ज्यादा का चेक दिया था तब तो तुमने कोई शिकायत नहीं की थी।”
”ठीक है, वह आपकी पहली गलती थी इसलिये मैंने ध्यान नहीं दिया।” – कामगार ने जवाब दिया। ”लेकिन अगर गलती करना आप अपनी आदत बना लेंगे तो मुझे कहना ही पड़ेगा न।’
जी नहीं, मैं इसकी मां हूं
दो व्यक्ति रेलवे की टिकट खिड़की पर लाइन में लगे थे। उनके पास ही एक नौजवान खड़ा हुआ था।
पीछे वाले व्यक्ति ने आगे वाले से कहा – आजकल के नौजवानों को न जाने क्या हो गया है। जरा देखिए इस लड़के को, कितने भद्दे ढंग के कपड़े पहने हैं इसने ….. ।
आगे वाले ने जवाब दिया – माफ कीजिये पर ये लड़का नहीं मेरी बेटी है।
- ओह, आई एम सॉरी। अच्छा तो आप इसके पिता हैं ?
- जी नहीं, मैं इसकी मां हूं …………… ।ओह नो पापा , वो फ़ोन तो मेरे लिए था
फ़ोन की घंटी बज़ी और डॉक्टर साहब जल्दी से तैयार होकर जाने लगे .उनकी पुत्री ने अपने पिताजी को इतनी जल्दबाज़ी में जाते देखा तो पूछा पिताजी इतनी जल्दी मे कहाँ जा रहे हैं .
डॉक्टर साहब बोले — ” अभी-अभी रीगल होटल रूम न.302 से फ़ोन आया था की जल्दी से आ जाओ नही तो मेरी जान निकल जाएगी” .
डॉक्टर साहब की पुत्री ने शर्माते हुए कहा — ” ओह नो पापा , वो फ़ोन तो मेरे लिए था ” .
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